हम हमेशा यह शिकायत करते हैं कि हमारी बात सरकार नहीं सुनती या हमारा प्रतिनिधि हमारी तरफ ध्यान नहींदेता , ऐसा क्यों है ?इस पर भी विचार करें कि क्या हम अपने वोट को डालते हैं या मतदान के दिन को पिकनिक मनाने और छुट्टी की मौज़ -मस्ती में गुज़ार देते हैं ?अगर हम यह चाहते हैं कि हमारी भी सरकार में भागीदारी हो और हमारी सुनवाई भी हो तो हमें अपने वोट को जरूर डालना चाहिए। अपने मान -सम्मान ,स्वाभिमान ,अस्तित्व और राष्ट्र कि रक्षा करने में सक्षम व्यक्ति /दल को अपना मत देकर अपने धर्म का पालन करना चाहिए।