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Monday 15 February 2016

जो सज़ा देश से गद्दारी करनेवालों की होती है वही सज़ा उनका समर्थन करने वालों की भी होनी चाहिए।

 जो लोग देशद्रोहियों के समर्थन में हैं और अफजलगुरू जैसे आतंकवादियों के जिंदाबाद करनेवालों के पक्ष में हैं वो सब भारत के गद्दार हैं ,मैं ऐसे सभी लोगों से कहता हूँ कि वो सब मेरे  देश के दुश्मन हैं और ऐसे देशद्रोहियों को  भारत की पवित्र भूमि पर भी कोई रहने की जगह नहीं मिलनी चाहिए। जे एन यू में जिस तरह से देशविरोधी नारेबाजी हुयी है और उन देशद्रोही छात्रों की गिरफ्तारी का विरोध करनेवाले नेता चाहे वो वामपंथी नेता हों , आपके नेता  हों ,जे डी यू के  नेता हो या कांग्रेस के राहुल गांधी ,यह सभी देश की एकता को चुनौती दे रहे हैं। जो भी देश के विरुद्ध बोलने वाले गद्दारों  और अफज़ल गुरु जैसे आतंकवादियों के जिंदाबाद के नारे लगानेवालों की गिरफ्तारी के विरुद्ध भौंक रहे हैं , इन सब के विरुद्ध देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए। गद्दारों को बिलकुल सहन नहीं किया जा सकता चाहे वो कोई भी क्यों न हो। देशद्रोही छात्रों की गिरफ्तारी का विरोध करनेवालों की गिरफ्तारी की मांग हम करते हैं और अगर  के दुश्मनो को सबक सिखाने के लिए देशहित में सरकार को  कड़ी करवाई करनी होगी और अगर इमरजेंसी भी लगानी पड़े तो भी पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि देश सबसे पहले है और इसका विरोध करनेवालों को किसी भी तरह की कोई सवैंधानिक छूट नहीं मिलनी चाहिए। आज इस बात की आवश्यकता भी  है कि हम  अपनी आँखें खोलकर चिर निंद्रा से जाग जाएँ चाहिए ताकि देश को फिर न कोई  दुश्मन किसी गहरी साजिश का शिकार बना ले।हमें यह भी समझ आ जाना चाहिए कि देश की हालत  वोट के भूखे सेक्युलर  नेताओं ने  क्या कर दी है जिसमें देश के गद्दार खुलकर भौकने लगे हैं।यह वोट के भूखे भेड़िये अब देश को भी दांव पर लगाने पर उत्तर आये हैं।आज आवश्यकता इस बात की भी है कि जो लोग खुलेआम देश की एकता -अखंडता को चुनौती देकर अफज़ल गुरु जैसे आतंकवादियों की जिंदाबाद करनेवालों की गिरफ्तारी पर सरकार की आलोचना कर रहे हैं ,वो कौन हैं और किस राजनैतिक दल से जुड़े हुए हैं ,इनको अच्छी तरह से पहचान कर अच्छा सबक सिखाया जाये।