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Wednesday 17 February 2016

संकट के आंदोलन समय आंदोलन उचित नहीं जाटों से आंदोलन स्थगित करने की अपील

इस समय देश पर देशविरोधी ताकतों की टेढ़ी नजर है और देश की एकता -अखंडता और शांति -सदभाव पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। अतः यह समय आंदोलन के लिए उचित नहीं है  हरियाणा के   आंदोलनकारी जाटों से देशहित में आंदोलन स्थगित करने की अपील। देश के वर्तमान हालात इस समय अच्छे नहीं हैं। कुछ विदेशी ताकतों के इशारे पर देश के अंदर ही कुछ अलगाववादी लोग देश को बर्बाद करने की साजिशों में लगे हुए हैं और इनको कुछ राजनैतिक लोग भी अपना खुला समर्थन देकर भारत की एकता -अखंडता के लिए गंभीर चुनौती खड़ी कर रहे हैं। इस दौर में भारत के सभी राष्ट्रभक्त नागरिकों का यह
कर्तव्य बनता ही कि वो एकजुट होकर देशद्रोहियों के मंसूबों पर पूरी ताकत से प्रहार करे और अपने राष्ट्र की रक्षा करें। ऐसे दौर में जाट भाईओं के आरक्षण आंदोलन से कुछ राष्ट्रविरोधी तत्व नाज़ायज़ लाभ उठाकर देश की शांति -व्यवस्था को खराब कर सकते हैं।हमारे जाट भाईओं ने हमेशा ही देश के लिए बढ़चढ़कर कुर्बानी की है और इस राष्ट्र को मजबूत करने में अपना खून -पसीना एक किया है। चाहे देश को अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बनाना हो या  सीमा पर दुश्मनों से देश को बचाना हो हर मोर्चे पर इन लोगों ने डटकर मुकाबला किया और देश का सम्मान बचाया। इस वीर जाति का हम सम्मान करते हैं और उनकी देशप्रेम की भावना को भी नत मस्तक हैं। उनके आरक्षण की मांग जायज़ हो सकती है पर यह समय आंदोलन का नहीं है क्योंकि देश में राष्ट्रविरोधी ताकतें अपना सर उठा रही हैं और इनको कुचलना सरकार की और हम सब देशवासियों की भी पहली प्राथमिकता बनती है। आंदोलन तो बाद में भी किया जा सकता है क्योंकि अपनी जायज़ मांग रखने का अधिकार हम सभी को हमारे सविंधान से मिला हुआ है। इतिहास गवाह है कि जब भी भारत माँ के सम्मान को किसी आततायी या गद्दार ने ठेस पहुंचाने का दुस्साहस किया उसका जाट जाति के शूरवीरों ने आगे बढ़कर नामोनिशान मिटा दिया और अपना बलिदान देना भी अपना सौभाग्य ही माना। देश पर अपना बलिदान देनेवाले भारत माँ के वीर सपूतों को हमारा शत -शत नमन है। जाट आंदोलनकारी नेताओं से हम  यह अनुरोध करते  हैं कि भारत माँ के दामन को बचाने के लिए अपना बलिदान देनेवाले असंख्य वीर सपूतों की कुर्बानी को दिलो -दिमाग में रखते हुए इस संकट के समय में अपना आंदोलन वापिस ले लें। यही जाट बंधुयों की ओर से उन भारत  बलिदानी पुत्रों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जय भारत माता की। जय भवानी।[अश्विनी भाटिया ]